ऑल ओवर चैंपियन की ट्रॉफी विजेता 200 मी 400 मी दौड़, कबड्डी खो-खो, रास्ता खींच, लंबी कूद, ऊंची कूद बोरा दौड़, जुंबा डांस, नींबू दौड़, मार्शल आर्ट इत्यादि में बेस्ट प्रदर्शन करने वाली उदय संस्था रही

“सृजन” सामुदायिक पुलिस योजना के अंतर्गत किशोर बालक/बालिकाओं की सुरक्षा तथा संबल के लिए बनाया गया है। सामुदायिक पुलिस योजना विगत 3 वर्षों से भोपाल जिले में संचालित है जिसमें लगभग 2500 बच्चे संपूर्ण भोपाल के 18 झुग्गी बस्तियों से इसमें जुड़े हुए तथा 12 थाना क्षेत्रों में ये थानों के सौजन्य से य़ह संचालित हो रही है। इसके अंतर्गत 5 सामाजिक संस्थाएं बचपन, उदय, संगिनी, आरम्भ एवं मुस्कान संस्थाएं हैं वे बढ़ चढ़कर इसमें योगदान दे रही है तथा झुग्गी बस्तियों में किशोर बालक बालिकाओं को पुलिस की सामुदायिक योजना से जोड़कर उनके प्रशिक्षण कैंप संचालित कर विशेष योगदान दे रही है।

प्रशिक्षण कैंप में बच्चों को कानून की पढ़ाई, सुरक्षा के बारे में जानकारी, आत्मरक्षा के गुण एवं मार्शल आर्ट तथा स्वालंबन तथा करियर डेवलपमेंट के बारे में भी जानकारी एवं प्रशिक्षण पुलिस के माध्यम से प्रदान किया जाता है। सामुदायिक पुलिस योजना की
यह अनूठी पहला भोपाल को सामुदायिक सुरक्षा सुरक्षा में एक विशिष्ट योगदान प्रदान कर रही है।

इस कार्यक्रम की आज वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता पुलिस लाइन, नेहरू नगर में भोपाल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा एवं एसबीआई के सौजन्य से आयोजित की गई, जिसमें 800 मी 400 मी दौड़, कबड्डी खो-खो, रास्ता खींच, लंबी कूद, ऊंची कूद बोरा दौड़, जुंबा डांस, नींबू दौड़, मार्शल आर्ट इत्यादि प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें लगभग 500 बालक बालिकाओं ने भाग लिया। उक्त प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को मेडल एवं ट्रॉफी भेंट की गई जिसमें ऑल ओवर चैंपियन की ट्रॉफी उदय संस्था को भेंट की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस आयुक्त भोपाल श्री हरिनारायणाचारी मिश्र का सामजिक संस्था बचपन, उदय, संगिनी, आरम्भ एवं मुस्कान के सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया, इस दौरान पुलिस उप महानिरीक्षक सामुदायिक पुलिसिंग डॉ0 विनीत कपूर, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री पंकज श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त श्री अखिल पटेल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्रीमती नीतू ठाकुर, सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री अमृतलाल मीणा, आर आई श्री जय सिंह तोमर एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणाचारी मिश्र ने बच्चों को मार्गदर्शन देते हुए एवं उनकी प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा कि अगर बालक पुलिस से जुड़ेगा तो पूरा परिवार सामुदायिक पुलिस योजना से जुड़ेगा। और जिस तरह से एक समग्र परिवार को सुरक्षा एवं संबल प्रदान करने के लिए पुलिस कार्य कर रही है जैसे बच्चों से किस किशोर हुए बालक बालिकाओं के लिए साजन और मैं हूं अभिमन्यु कार्यक्रम महिलाओं के लिए शक्ति समिति समितियां हैं एवं बाकी सदस्यों के लिए नगर रक्षा एवं ग्राम रक्षा समिति है यह सभी समिति पुलिस के माध्यम से पुलिस से जुड़ाव विकसित कर समुदाय की सुरक्षा सामाजिक सुरक्षा तथा व्यक्ति की सुरक्षा के लिए कार्य हो रहा है साथ में बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरणा प्रदान की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि लगभग 2500 बालिकाओं ने विभिन्न स्तर पर आत्मरक्षा के लिए तथा घरेलू हिंसा को रोकने के लिए में विशेष योगदान दिया है जिससे इन थानों में महिलाओं अपराधों में कमी आई है।

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