श्री कैलाश मकवाना, पुलिस महानिदेशक मध्‍प्रदेश की पहल पर ‘’सुगम और सुरक्षित यातायात’’ को दृष्टिगत रखते हुये प्रदेश के सभी यातायात प्रभारियों, अति. पुलिस अधीक्षक से लेकर सूबेदार तक की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

उक्‍त कार्यशाला का शुभारंभ अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक सुश्री सोनाली मिश्रा, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री तुषार कान्‍त विद्यार्थी एवं श्री अविजीत रंजन सहायक पुलिस महानिरीक्षक, श्री अनिल शर्मा, सहायक पुलिस महानिरीक्षक एवं श्री विक्रम सिंह रघुवंशी सहायक पुलिस महानिरीक्षक, श्री हिमांशु कार्तिकेय उप पुलिस अधीक्षक पीटीआरआई द्वारा मां सरस्‍वती के द्वीप प्रज्‍जवलित करके किया गया।

अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सभी सदस्‍यों को संबोधित करते हुये बताया कि देश में सड़क दुर्घटना में मध्‍यप्रदेश नंबर द्वितीय स्‍थान पर है एवं गंभीर सड़क दुर्घटना में चतुर्थ स्‍थान पर है। दुर्घटना के आकड़ों का विश्‍लेषण किया गया तथा देखा गया कि मध्‍यप्रदेश में प्रतिवर्ष सड़के अच्‍छी हो रही है और दुघटनाएं बढ़ रही है इसका मुख्‍य कारण आम जनता में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता की कमी है। आज सुबह के अखबार में पढ़ा कि फौजा सिंह जो कि एक मैराथन थे की 114 वर्ष की उम्र में सड़क दुर्घटना में मृत्‍यु हो गयी। यह अत्‍यंत चिंता का विषय है एवं दुखद घटना है।

कार्यशाला में बताया गया कि आप सभी NHAI एवं MPRDC से मिलकर ब्‍लैक स्‍पॉट के ऊपर कार्य करें एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायें।

तुषार कान्‍त विद्यार्थी DIG द्वारा 4E’s (a) Engineering (b) Enforcement (c) Education (d) Emergency Response System. के क्रियान्‍वयन के लिये पुलिस की महत्‍वूर्ण भूमिका है, जिनके प्रभावी क्रियान्‍वयन से वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। आगे भारत सरकार एवं मध्‍यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी योजना जैसे कि राहवीर योजना एवं कैशलेस योजना के बारे में बताया जो कि मई 2025 से प्रांरभ होकर प्रदेश में लागू की गयी है।
(अ) राहवीर योजना- ‘’सड़क दुर्घटना में कोई भी व्‍यक्ति जो गंभीर रूप से घायल होता है तो उसे आम नागरिक के द्वारा (गोल्‍डन आवर) में निकतम अस्‍पताल में लेकर जाते है तो ऐसे व्‍यक्ति राहवीर कहलाते हैं जिन्‍हें सरकार द्वारा 25 हजार रूपये की राशि से पुरूस्‍कृत किया जाता है।
(ब) Cashless scheme- ‘’ वाहन दुर्घटना में जो भी व्‍यक्ति गंभीर रूप से घायल होता है उसको नजदीकी अस्‍पताल पहुंचाने पर 1.50 लाख राशि का उपचार पीडि़त को मिलेगा जो कि Cashless scheme के अंतर्गत है।
सुगम एवं सुरक्षित यातयात के संबंध में चर्चा पर राहवीर योजना, केशलेश उपचार, FAR/IAR/DAR पर बताया गया कि आप फील्‍ड पर तैनात रहने के दौरान प्रवर्तन का कार्य करते है उसमें दुर्घटना कारित करने वाले चालकों जो तेजी एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाया या नशे की हालात में दुर्घटना कारित करते हैं उनके Driving License अनिवार्य रूप से सक्षम अधिकारी द्वारा Suspend की कार्यवाही कराया जाय।

दुर्घटना में घायल व्‍यक्ति की मदद के लिये NHAI द्वारा जारी HELP LINE No 1033 एवं MPRDC द्वारा HELP LINE No 1099 के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि दुर्घटना होने पर किसी भी HELP LINE पर कॉल करके मदद ली जा सकती है। इनके पास घायल व्‍यक्ति के बचाव के लिये पर्याप्‍त साधन, Ambulance एवं आपातकालीन वाहन रहते हैं
मैनिट कॉलेज भोपाल के सहायक प्राध्‍यापक श्री अनुज जैसवाल द्वारा ट्रैफिक मैनेजमेंट के विषय पर व्‍याख्‍यान दिया गया।
श्री गौतम कुमार डे SRM NIC के द्वारा iRAD/e-DAR/CCTNS& POS Machine के विषय पर व्‍याख्‍यान दिया गया।
डॉ. आशीष शर्मा 108 द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में पीडि़त की आपातकालीन चिकित्‍सा, सहायता एवं अनुकूल व्‍यवहार विषय पर व्‍याख्‍यान दिया गया।
उक्‍त कार्यशाला के उपरांत प्रशिक्षणार्थियों द्वारा उठाये गये प्रश्‍नों का समाधान किया गया तथा समापन पर प्रशिक्षणार्थियों से फीडबैक भी लिया गया एवं संबंधित प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी प्रदाय किया गया।

keyboard_arrow_up
Skip to content