धोखाधडी से नकली मकान मालिक बनकर घटना को दिया अंजाम ।

 कूटरचित दस्तावेज तैयार कर मकान मालिक के नाम पते से बनाता था स्वयं के पहचान पत्र ।

 धोखाधड़ी करने वाला आरोपी घटना दिनांक से था फरार ।

 आरोपी फर्जी मकान मालिक बनकर फरियादी से मकान का अनुबंध कर 22 लाख रुपये लेकर हुआ था फरार ।

 आरोपी द्नारा भोपाल सहित थाना पालमविलेज दिल्ली में तीन वारदात व थाना बनीपार्क जयपुर राजस्थान में धोखाधडी की एक वारदात को दे चुका है अंजाम ।

वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में धोखाधड़ी एवं कूट रचित दस्तावेज तैयार कर ठगी करने वाले अपराधो में संलिप्त आरोपीयों को पकड़ने एवं अपराध पर अंकुश लगाने के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है जो पुलिस आयुक्त नगरीय पुलिस भोपाल श्री हरिनारायणाचारी मिश्र एवं अति. पुलिस आयुक्त नगरीय पुलिस भोपाल श्री अवधेश गोस्वामी द्नारा समुचित दिशा निर्देश दिये गये है।

उक्त दिशा निर्देशों में अनुक्रम में पुलिस उपायुक्त जोन 02 भोपाल श्रीमति श्रध्दा तिवारी के मार्ग दर्शन में , अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन 02 भोपाल श्री महावीर मुजालदे एवं सहायक पुलिस आयुक्त मिसरोद श्री डाँ. रजनीश कश्यप के निर्देशन मे थाना प्रभारी मिसरोद उनि रासबिहारी शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने धोखाधड़ी एवं कूट रचित दस्तावेज कर ठगी करने की घटना का किया खुलासा ।

घटना का संक्षिप्त विवरण – 1. थाना मिसरोद मे दिनाँक 24.07.2023 को फरियादी ने आवेदन इस आशय का दिया था कि मेरे द्नारा म0न0 25 चिनार उपवन दानिश नगर में क्रय किया था जिसके एवज में आवेदक द्नारा आरोपी जो अपने आपको मकान मालिक बताकर उक्त मकान के दस्तावेज भी मय फोटो के बताकर 22 लाख रूपये की धोखाधडी करना बताया था । आवेदन पत्र सेआरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 300/23 धारा 419,420,467,468,471भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।

अनुसंधान – विवेचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियो व्दारा प्रकरण मे टीम गठित कर लगातार विवेचना की विवेचना के दौरान फरार आरोपी के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की जो आरोपी द्वारा अलग – अलग राज्यों में अपना नाम पता बदलकर एवं फर्जी पहचान पत्र बनाकर रह रहा था । जिसकी तलाश भोपाल सहित दिल्ली , उत्तर प्रदेश , राजस्थान के ठिकानों पर टीम भेजकर की गई । तकनीकी संसाधनों के माध्यम से सूक्ष्म अवलोकन उपरान्त आरोपी की सटीक सूचना मिली कि आरोपी आज भोपाल में अवधपुरी क्षेत्र में किसी काम से आया है । जो तुरंत पुलिस टीम द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई जिसने बताया कि उसने मकान मालिक बनकर मकान के दस्तावेज भी खुदके नाम पर फर्जी तरीके से बनाकर 22 लाख रुपये की धोखाधड़ी करना बताया । आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया गया ।

गिरफ्तार आरोपी- 1. विकाश शुक्ला पिता ओंमप्रकाश शुक्ला उम्र 43 निवासी अवधपुरी भोपाल।

 – वारदात का तरीका- कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी मकान मालिक बनकर कूटरचित पहचान पत्र एवं दस्तावेजों के आधार पर करता था मकान का विक्रय , रूपये लेकर हो जाता था फरार ।

अनुसंधान मे महत्वपूर्ण भूमिका -थाना प्रभारी मिसरोद उनि रास बिहारी शर्मा , सउनि सुधाकर शर्मा सउनि नागेन्द्र सिंह , प्रआर. ब्रदीलाल दांगी , आर. मुकेश पटेल , आर. दीपक(सायबर सेल) , आर. आकाश (साइबर सेल ) भोपाल ।

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