✅आरोपीगण शासकीय विभाग जैसे रेलवे, एमईएस, आर्मी, स्वास्थ्य विभाग आदि में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी
✅आरोपीगण ट्रेनिंग, मेडीकल, डाक्युमेंट वेरिफिकेशन एवं अन्य फीस के नाम ऐंठते थे रूपये।
✅आरोपीगणों द्वारा अभी तक करोड़ो रूपये की ठगी की जा चुकी है।
✅आरोपीगण अन्य शासकीय विभागों में एडहॉक के आधार पर नौकरी लगवाने का कमीशन के नाम पर लेते थे रूपये।
✅सायबर क्राईम भोपाल को गिरफ्तार आरोपी के अन्य साथियों की जारी है तलाश।
भोपाल:- दिनांक 03 मार्च 2024 – पुलिस आयुक्त(CP) श्री हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (Add CP अपराध एवं मुख्यालय) श्री अनुराग शर्मा एवं पुलिस उपायुक्त (DCP) अपराध – श्री श्रुतकीर्ति सोमवंशी, अति. पुलिस उपायुक्त (Add DCP) श्री शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सायबर श्री सुजीत तिवारी के दिशा निर्देशन में सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम फरियादी के साथ 12 लाख रूपये की ठगी करने वाले दो आरोपी अमित चौहान एवं अर्जुन चौहान शामली उत्तर प्रदेश से किया गिरफ्तार।
घटनाक्रम:- दिनांक 18/01/2024 को फरियादी दरबार सिंह बगडावत पिता चंदरसिंह बगडावत उम्र 24 साल निवासी – म.नं. ए 843 न्यू अशोक गार्डन हॉउसिंग बोर्ड कॉलोनी भोपाल ने एक लिखित आवेदन में बताया कि मेरी माह सितम्बर 2022 में एसएसबी की इंटरव्यू के दौरान नाम नीरज नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी जिससे मेरी बातचीत मोबाइल पर होने लगी और व्हाट्सएप पर बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह मिलिट्री में मेरी सरकारी नौकरी लगवा सकता है । उसके बाद उसने मुझे दिनांक 18/09/2022 को भोपाल रेलवे स्टेशन के पास बुलाया और वह पर 5 लोगों से मिलवाया और बताया कि इनमें से 03 लोग एमईएस के अधिकारी है तथा देहरादुन में पदस्थ है तथा 2 लोग रेलवे के बड़े अधिकारी है जो डीआरएम ऑफिस दिल्ली में पदस्थ है ।
नीरज नाम के व्यक्ति ने मेरी बातचीत उन लोगों से कराई । एमईएस के जो अधिकारी थे उन्होंने मेरे दस्तावेज लिये जिसमें 10 वी, 12 वी की अंकसूची , आधार कार्ड , पेन कार्ड थे । उन लोगों ने बताया कि देहरादुन एमईएस में क्लर्क की नौकरी लगवा देंगे जिसके लिये 12 लाख रूपये लगेंगे । उन्होंने मुझसे एडवांस रूपये मांगे तो मैने रेलवे स्टेशन पर 50 हजार रूपये नगद दे दिये तथा बाद में उसी दिन आनलाईन उनके बताये खाते में 60 हजार रूपये ट्रांसफर किये । उन लोगों ने बताया कि मेरी नौकरी चार माह में लग जायेगी । उसके बाद मैंने टुकडो टुकडों में नीरज व उसके साथियों के द्वारा बताये गये बैंक खातों में कुल 12 लाख रूपये ट्रांसफर कर दिये । रूपये ट्रांसफर होने के बाद उन्होंने मुझे देहरादुन बुलाया और वह पर मुझे डाक्युमेंट वेरिफिकेशन का एक पत्र दिया ।
फिर उन्होंने मेरे डाक्युमेंट वेरिफिकेशन की प्रकिया की । उसके बाद 1.5 माह बाद उन लोगों ने मुझे नियुक्ति पत्र भी दिया लेकिन मेरे देखने के बाद उसे वापस जमा कर लिया । उन्होंने बताया कि आपको बाद में बुलायेंगे लेकिन उन्होंने मुझे नहीं बुलाया लेकिन मेरे द्वारा फोन करने पर उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता है । अपराध में प्राप्त मोबाईल नंबर एवं बैंक खातों के वास्तविक उपयोगकर्ताओं द्वारा MES (मिलिट्री इंनिजिरिंग सर्विसेस) में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 12,00,000 रूपये की धोखाधडी गई है । उपरोक्त मोबाईल नंबर एवं बैंक खातों के वास्तविक उपयोगकर्ताओं द्वारा फरियादी के साथ धारा 406,419,420,464, 468,471 भादवि का अपराध कारित करना पाये जाने से उपरोक्त के विरूद्ध दिनांक 29/01/2024 को अपराध धारा सदर का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
तरीका वारदात:- आरोपी अमित चौहान जो कि ठगी का मुख्य सरगना है जो कि आर्मी एवं रेलवे की ट्रेनिंग कराने वाले लोगों के सम्पर्क में रहता था एवं उनको सरकारी नौकरी जैसे एमईएस, आर्मी, रेलवे एवं अन्य शासकीय विभागों में एडहॉक के आधार पर नौकरी दिलाने का झांसा देता था और विभिन्न प्रकार की फीस के नाम पर लोगों से रूपये ऐंठता था। आरोपी अर्जुन बैंक खातों को मैनेजमेंट देखता था कि किस बैंक खाता में फरियादी से रूपये प्राप्त करने है। उपरोक्त केस में आरोपी अर्जुन द्वारा अपने बैंक खाता में रूपये ट्रांसफर कराये है।
पुलिस कार्यवाही:- सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पश्चात् त्वरित कार्यवाही कर तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से खाता धारक आरोपी अमित चौहान एवं अर्जुन चौहान को शामली उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से अपराध में प्रयुक्त 02 मोबाईल फोन मय सिमकार्ड एवं एटीएम कार्ड जप्त किये गये हैं।
पुलिस टीम:- उनि अंकित नायक, सउनि पी. चिन्ना राव, प्रआर. मयंद चौहान, आर. रवि शिल्पी, आर. आशीष मिश्रा
-: नाम आरोपीगण :-
क्रं. नाम आरोपी शिक्षा जाहिरा व्यवसाय आपराधिक रिकार्ड
1 अमित चौहान पिता जगदीश चौहान उम्र 38 साल निवासी देव गार्डन के पास चौधरी चरण सिंह कॉलोनी शामली उत्तर प्रदेश 12 वी पास मुख्य आरोपी एवं कॉलिंग निल
2 अर्जुन चौहान पिता जगदीश चौहान उम्र 36 साल निवासी देव गार्डन के पास चौधरी चरण सिंह कॉलोनी शामली उत्तर प्रदेश बीकॉम खाता धारक निल
एडवायजरी- वर्तमान में सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- इंस्टाग्राम, फेसबुक, टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रतिदिन हजारों रूपये कमाने का लालच दिया जा रहा है जिसमें पहले आपको फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्बूय चैनल को लाईक एवं सब्सक्राईब करने अथवा फेसबुक या इंस्टाग्राम पेज को फॉलों एवं लाईक करने के टास्क दिया जाता है अथवा इसी प्रकार का अन्य टास्क दिये जाते है जिसके बाद रूपये विड्राल करने हेतु आपके बैंक खाता की जानकारी प्राप्त कर ली जाती है एवं आपको 50-100/ रूपये आपके बैंक खाता में क्रेडिट कर दिये जाते है। इसके बाद आपको और अधिक रूपये कमाने का लालच देकर बड़े-बड़े एमाउण्ट के टास्क दिये जाते है जिसके बाद आपका बैंलेंस बेवसाईट पर दिखाई देता है और आपसे अन्य टास्क कम्पलीट करने हेतु बताया जाता है। उक्त प्रकार के टास्क के झांसे में न आये।
फोन पर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड या अन्य कोई फायनेंसियल जानकारी मांगता है तो उसके साथ अपनी बहुमूल्य जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें एवं अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जाकर सम्पर्क करें।
निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखें-
1. कॉल पर किसी को भी अपनी बैंक खाता, एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी साझा न करें भले ही बैंक वाले आपसे मांग रहे हो।
2. किसी भी प्रकार की शासकीय अथवा प्रायवेट नौकरी दिलाने वालों से सर्तक रहे एवं रूपये के लेन देने से बचे।
3. ऑनलाईन यूपीआई के माध्यम से पेमेंट प्राप्त करने हेतु किसी भी प्रकार का ओटीपी अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं होती ।
4. ऑनलाईन खरीददारी करते समय सतर्क रहें एवं सायबर ठगों से बचे।
5. ऑनलाईन खरीददारी के लिए ऐसे बैंक खाता का इस्तेमाल करें जिसमें कम बैलेंस हो।
6. किसी भी अननॉन बेवसाईट से कोई एप्पलीकेशन डाउनलोड न करें।
7. कभी भी किसी के साथ अपना ओपीट/सीवीवी/पासवर्ड/पिन आदि शेयर न करें ।
8. ऑनलाईन अथवा फोन पर दिये गये लॉटरी अथवा फ्री ऑफर के लालच में न पड़े ।
9. किसी अननॉन लिंक पर क्लिक न करें ।
10. केवायसी के नाम पर प्राप्त मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल न करें जानकारी के लिए अपने बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त करें।
11. ध्यान रखे रूपये प्राप्त करते वक्त किसी भी प्रकार का पासवर्ड अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं पड़ती।
12. व्हाट्सएप पर ऑननान मोबाईल नंबर से वीडियों कॉल रिसीव करते समय अपना चहरा ना दिखाये पहले सामने वाले की पहचान करें कि वह आपका परिचित है अथवा नहीं।
13. अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें एवं अल्फान्यूमेरिक+स्पेशल करेक्टर का पासवर्ड रखें।
14. बिजली कनेक्शन की कटौती संबंधी मैसेज की पुष्टि पहले बिजली ऑफिस जाकर करें।
15. छोटे-छोटे इन्वेंस्टमेंट वाली बेवसाईट पर इन्वेस्टमेंट करने से बचें।
16. अपने मोबाईल फोन एवं कम्प्यूटर/लेपटॉप में रिमोट एक्सेस एप्पलीकेशन अथवा सोफ्टवेयर जैसे कि एनीडेस्क, टीमव्यूवर आदि का यदि आप उपयोग नहीं करते है तो उसको तुरंत अनइंस्टाल कर दें।
17. लाखों की लॉटरी वाले मैसेज अथवा विज्ञापनों से बचे और उक्त मैसेज किसी भी दूसरे को शेयर न करें।
नोटः- सायबर क्राईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राईम के हेल्प लाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे ।