पूर्व कर्मचारी (ड्रायवर) ने ही कराई वारदात ।
उत्तर-प्रदेश के बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम ।
20 किमी. की परिधि में लगभग पांच सौ सीसीटीव्ही कैमरों की जांच की गई ।
सैकड़ो मोबाइल नंबरो का किया गया डाटा विश्लेषण ।
मुल्ताई जिला बैतूल जेल में हुई थी बदमाशों की दोस्ती ।
वारदात में स्कूटी वाली महिला भी शामिल।
घटना का विवरण- फरियादी आर. एस. लीकर शराब कम्पनी के मुनीम श्याम सुंदर जैसवाल ने रिपोर्ट किया कि हम किराये के फ्लेट नं. 1/108 रचना टावर में चार लोग 01 मैं स्वयं श्याम सुन्दर, 02 वीरेन्द गुप्ता, 03 विकास गुहा, 04 राजू कश्यप रहते हैं । हमारी शराब कम्पनी की भोपाल में चार दुकानें हैं 01 अप्सरा टाकीज, 02 रुची गोविन्दपुरा इण्डस्ट्रीयल एरिया, 03 शाहजानांबाद , 04 भोपाल टॉकीज के पास हमीदिया रोड पर है, सभी दुकानो का रूपयों का कलेक्शन रात्रि में सभी दुकानें बंद होने के बाद हमारे उक्त फ्लैट पर आ जाते हैं । दिनांक 06/07/24 को चारों दुकानों का पैसा रात्रि लगभग पौने बारह बजे हमारे फ्लेट में आ गया था जो लगभग ग्यारह लाख रुपये था पूरे रुपये कैशियर विकास गुप्ता के पास आये उन्होने फ्लैट के अंदर ऊपर वाले कमरे में रखी लोहे की अलमारी में रख दिये और लाक कर चाबी अपने पास रख कर अपने अपने कमरे में सोने चले गये आज दिनांक 07/08/24 को लगभग सुबह सवा आठ बजे मैं सोकर उठा और किचन में पानी गर्म कर रहा था इतने में मेन गेट से खटखटाने की आवाज आई इस पर मैने पूछा कौन है, तो आवाज आई कि वीरेन्द्र से मिलना है इस पर मैने जाकर गेट खोल दिया तो दो लड़के अन्दर आये और वीरेन्द्र के विषय में पूछा तो मैनें बताया कि वीरेन्द्र ऊपर सो रहा है, और मैं किचिन मे चला गया इतने मैं दोनो लडके मेरे पीछे पीछे किचिन में आ गये और माँ बहन की गंदी गंदी गाली देकर मुझे दो थप्पड़ मारे और एक ने पीछे से मुझे कट्टा अड़ा दिया और बोले केश कहां रखा है और मेरे दोनो हाथ सफेद टेप से पीछे बाँध दिये मेरे मुंह में भी टेप लगा दिया और पीछे से कट्टा अड़ाते हुये धमकाते हुये ऊपर वाले कमरे में ले गये और केश का पूछा तो मैने अलमारी बताई कि इसमें केश रखा है । जिस पर उन्होंने अलमारी का हेन्डल पकड़ कर झटका दिया जिस पर अल्मारी खुल गई फिर उन्होंने रूपयों के आठ बंडल उठा कर अपने बैग में रख लिये और मेरा वीवो कम्पनी का मोबाईल जिसमें दो सिम डली थी को चार्जिंग से निकाल कर मुझे कमरे में अंदर छोड़ कर बाहर से कुन्डी लगा कर भाग गये । मैंने जैसे-तैसे टेप को अपने हाथ और मुंह से खोला और दरवाजा खटखटाया तो राजू ने आकर दरवाजा खोला फिर वहां वीरेन्द गुप्ता और विकास गुहा भी आ गये थे मैंने उनको यह घटना बताई दो अजात लड़के कट्टे का डर दिखा कर शराब ब्रिकी के लगभग ग्यारह लाख रुपये लूट कर ले गये । उपरोक्त रिपोर्ट पर थाना गोविंदपुरा में अपराध क्र. 521/2024 धारा- 296, 115, 351 (2), 3 (5), 309 (6) BNS एवं 25/27 आर्म्स एक्ट पंजीकृत कर अन्वेषण में लिया गया।
उपरोक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्रीमती श्रध्दा तिवारी, पुलिस उपायुक्त अपराध श्री अखिल पटेल को जल्द से जल्द घटना का खुलासा कर अपराधियों का पता लगाकर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया ।
की गई कार्यवाही- उक्त अधिकारीगण द्वारा अति. पुलिस आयुक्त श्री अवधेश गोस्वामी एवं श्री पंकज श्रीवास्तव से निर्देश लेकर तत्काल घटनास्थल पहुंचकर अभियान स्तर पर घटना की छानवीन प्रारंभ की गई ।
अज्ञात आरोपीगण की सुरागरसी, उनकी शिनाख्त सुनिश्चित कर गिरफ्तार करने हेतु अति. पुलिस उपायुक्त जोन -02 श्री महावीर मुजाल्दे, अति.पुलिस उपायुक्त अपराध श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन में सपुआ.गोविंदपुरा श्री दीपक नायक, सपुआ. मिसरोद श्री रजनीश कश्यप, सपुआ.अपराध श्री मुख्तार कुरैशी जोन-02 के हमराह थाना गोविंदपुरा, मिसरोद, बागसेवनियां एवं क्राइम ब्रांच के थानाप्रभारियों सहित थानों की कुल 08 टीमें गठित कर तत्काल छानबीन में लगाई गईं ।
अति.पुलिस आयुक्त श्री अवधेश गोस्वामी, पुलिस उपायुक्त अपराध श्री अखिल पटेल, पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्रीमती श्रध्दा तिवारी, द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर अपने निर्देशन में संयुक्त पुलिस की टीमों को तत्काल छानबीन, विवेचना में लगाया गया । फरियादी पक्ष से अलग- अलग विस्तृत चर्चा कर संपूर्ण घटना की जानकारी ली गई, रचना टावर के प्रत्येक फ्लैट के निवासियों से चर्चा कर जानकारी ली गई एवं घटनास्थल के आस पास के CCTV कैमरों की फुटेज की जानकारी ली गई।
फरियादी पक्ष से प्रांरभिक पूछताछ में संदेह हुआ कि शराब कंपनी के किसी पूर्व अथवा वर्तमान कर्मचारी की मिलीभगत से वारदात हुई होगी इस संदेह को ध्यान में रखते हुये कंपनी के भोपाल में कार्यरत सभी 28 कर्मचारियों से कड़ी एवं विस्तृत पूछताछ की गई पुलिस की संयुक्त टीमों द्वारा 24 × 7 लगातार कड़ी मशक्कत कर लगभग 25 किमी. की परिधि में लगभग 500 CCTV कैमरों की छानबीन की गई साथ ही मुख्य रेल्वे स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन, सभी बस स्टैण्ड इनकी पार्किंग्स, सुलभ शौचालय, रैनबसेरे, होटल, लाज, ढावे, शराब दुकान इत्यादि स्थानों पर सघन चैकिंग कर CCTV फुटेज, जानकारियां, वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित कर क्राइम ब्रांच एवं जोन-02 की संयुक्त तकनीकी टीम द्वारा विश्लेषण किया गया जिसके आधार पर शराब कंपनी के पूर्व कर्मचारी मदनलाल सेन पर विश्वास पक्का होने पर तलाश कर कड़ी एवं विस्तृत पूछताछ की गई।